सूप
सूप (संस्कृत : शूर्प), बांस या सींक आदि से बना हुआ अनाज फटकने का एक पात्र/औजार । इसकी सहायता से अनाज से कूड़ा-करकट या अनाज की भूसी आदि निकाली/अलग की जाती है। यह एक आयताकार बर्तन है जिसके दोनों ओर के किनारे ऊपर उठे हुए होते हैं और पीछे के उठे हुए भाग से जोड़कर बाँधे रहते हैं। आगे कोई किनारा नहीं होता।
इसको चलाने वाला व्यक्ति इसको एक प्रकार की घूर्णीय गति देता है (जो पूरे चक्र में नहीं होती, ४०-५० डिग्री आगे-पीछे घुमाया जाता है।) यह एक प्रकार से अपकेन्द्रित्र (सेन्ट्रीफ्यूज) जैसा काम करता है, भारी चीजें घूर्णन के केन्द्र के पास रह जातीं हैं और हल्की चीजे केन्द्र से दूर चली जातीं हैं।