हंस तारा
हंस या डॅनॅब, जिसका बायर नाम "अल्फ़ा सिगनाए" (α Cygni या α Cyg) है, हंस तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से उन्नीसवा सब से रोशन तारा है। हंस तारे की अंदरूनी चमक (निरपेक्ष कान्तिमान) बहुत भयंकर है और इसका माप -7.0 मैग्नीट्यूड है। यह सूरज से 60,000 गुना ज़्यादा चमकीला है।
अन्य भाषाओँ में
हंस तारे को अंग्रेज़ी में "डॅनॅब" (Deneb) कहते हैं जो इसके अरबी भाषा के नाम से आया है। अरबी में इसे "दॅनॅब अल-दजाजा" (ذنب الدجاجة) कहते हैं, जिसका अर्थ है "मुर्ग़ी की दुम"।
विवरण
वैज्ञानिक हंस तारे की पृथ्वी से दूरी ठीक से नहीं माप पाए हैं। यह हमसे 1,340-1,840 प्रकाश-वर्ष दूर है। दूरी का ठीक से अनुमान न होने से इसकी अन्य विशेषताओं में भी कुछ अनिश्चितता बनी हुई है। यह एक नीले-सफ़ेद रंग का A2Ia श्रेणी वाला महादानव तारा है। इसका सतही तापमान लगभग 8,400 कैल्विन है। इसका व्यास (डायामीटर) हमारे सूरज के व्यास का 220 गुना और इसका द्रव्यमान (मास) हमारे सूरज के द्रव्यमान का 20 गुना अनुमानित किया जाता है।[1]
इसके बड़े द्रव्यमान और तापमान को नज़र में रखते हुए वैज्ञानिक अंदाज़ा लगते हैं के यह अपने केंद्र का हाइड्रोजन इंधन ख़त्म कर चूका है और फूलकर एक लाल महादानव तारा बन रहा है जो कुछ दसियों लाख साल में फट कर महानोवा (सुपरनोवा) बन जाएगा।
यदि कोई हमारे सौर मंडल के मंगल ग्रह पर खड़ा हो तो उसके लिए हंस तारा मंगल का उत्तरी ध्रुव तारा प्रतीत होगा।