मुस्तफ़ा प्रथम

1617 से 1618 तक और 1622 से 1623 तक तुर्क साम्राज्य के सुल्तान

मुस्तफ़ा प्रथम (24 जून 1591 – 20 जनवरी 1639) (उस्मानी तुर्कीयाई: مصطفى اول), पुण्य मुस्तफ़ा (Veli Mustafa) या पागल मुस्तफ़ा (Deli Mustafa) के नामों से भी पहचाने जाते हैं, महमद तृतीय एवं हलीमा सुल्तान के पुत्र और 1617 से 1618 तक और फिर 1622 से 1623 तक उस्मानिया साम्राज्य के सुल्तान रहे।

मुस्तफ़ा प्रथम
مصطفى اول
उस्मानिया साम्राज्य के सुल्तान
क़ैसर-ए-रूम
ख़ादिम उल हरमैन अश्शरीफ़ैन
इस्लाम के ख़लीफ़ा
15वें उस्मानी सुल्तान (पादिशाह)
पहला दौर22 नवम्बर 1617 – 26 फ़रवरी 1618
पूर्ववर्तीअहमद प्रथम
उत्तरवर्तीउस्मान द्वितीय
दूसरा दौर20 मई 1622 – 10 सितम्बर 1623
पूर्ववर्तीउस्मान द्वितीय
उत्तरवर्तीमुराद चतुर्थ
जन्म24 जून 1591
मनिसा सराय, मनिसा, उस्मानिया
निधन20 जनवरी 1639(1639-01-20) (उम्र 47 वर्ष)
एस्की सराय, बायज़ीद चौक, क़ुस्तुंतुनिया, उस्मानिया
समाधि
मुस्तफ़ा प्रथम मज़ार, हागिया सोफिया मस्जिद, इस्तांबुल
बीवियाँदो बीवियाँ[1]
संतानएक पुत्र[1]
दो पुत्रियाँ[1]
पूरा नाम
मुस्तफ़ा बिन महमद
शाही ख़ानदानउस्मानी राजवंश
पितामहमद तृतीय
माताहलीमा सुल्तान
धर्मसुन्नी इस्लाम
तुग़रामुस्तफ़ा प्रथम مصطفى اول के हस्ताक्षर
  1. Sakaoğlu, Necdet (2008). Bu mülkün kadın sultanları: Vâlide sultanlar, hâtunlar, hasekiler, kadınefendiler, sultanefendiler. Oğlak Yayıncılık. पृ॰ 325. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-9-753-29623-6.