कॉप्टिक ईसाई
कॉप्टिक ईसाई; कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स चर्च मिस्र का मुख्य ईसाई चर्च है। चर्च में आस्था रखने वाले अधिकतर लोग मिस्र में रहते हैं, लेकिन इसमें आस्था रखने वाले लगभग 10 लाख लोग मिस्र के बाहर भी हैं। इस चर्च में आस्था रखने वाले मानते हैं कि उनका चर्च 50 ईस्वी का है। इसे उस समय बनाया गया था जब धर्म प्रचारक मार्क मिस्र आए थे। चर्च के प्रमुख को पोप कहा जाता है और उन्हें प्रचारक मार्क का उत्तराधिकारी माना जाता है।
वर्तमान स्थिति
[संपादित करें]मिस्र की आबादी का सबसे बड़ा धार्मिक अल्पसंख्यक समुह है। काप्टिको ने अपने इतिहास में उत्पीड़न का हबाला दिया है जबकी ह्यूमन राइट्स वॉच ने हाल ही के वर्षो में काप्टिक ईसाइयो के विरूद्ध बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता और सांप्रदायिक हिसा का उल्लेख किया है। 2011 से 2017 तक आंतकी हमले और सांप्रदायिक दंगो में सौ से अधिक मिस्र में काप्टिको की हत्या कर दी गई है। केवल एक प्रांत मिनिया में 2011 और 2017 में काप्टिको पर सांप्रदायिक हमलो में सबसे ज्यादा हत्याए की गई है इसी के साथ काप्टिक ईसाई महिलाओ और लड़कीयो के अपहरण और अगवा भी गंभीर समस्या रही है।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2018.