दिल है के मानता नहीं
दिल है के मानता नहीं | |
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दिल है के मानता नहीं का पोस्टर | |
निर्देशक | महेश भट्ट |
लेखक |
रोबिन भट्ट शरद जोशी |
निर्माता | गुलशन कुमार |
अभिनेता |
आमिर ख़ान, पूजा भट्ट, अनुपम खेर |
छायाकार | प्रवीण भट्ट |
संगीतकार | नदीम-श्रवण |
निर्माण कंपनियां |
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प्रदर्शन तिथि |
1991 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
दिल है के मानता नहीं 1991 की महेश भट्ट द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फिल्म है। यह गुलशन कुमार द्वारा निर्मित की गई थी और पूजा भट्ट की प्रमुख भूमिका वाली पहली फिल्म थी। आमिर खान द्वारा प्रमुख पुरुष भूमिका निभाई गई। अनुपम खेर, वीरेन्द्र सक्सेना और टीकू तलसानिया द्वारा सहायक भूमिका निभाई गई, जबकि दीपक तिजोरी ने विशेष उपस्थिति दर्ज कराई।
फिल्म एक बॉक्स ऑफिस सफलता थी और इसने आमिर खान को प्रमुख फिल्म सितारे के रूप में मजबूत करते हुए नवागंतुक पूजा भट्ट के करियर को बढ़ावा दिया। यह 1956 की बॉलीवुड फिल्म चोरी चोरी की अनौपचारिक रीमेक है।
संक्षेप
[संपादित करें]पूजा धर्मचंद (पूजा भट्ट) एक समृद्ध बॉम्बे शिपिंग टाइकून, सेठ धर्मचंद (अनुपम खेर) की पुत्री है। वह फिल्म स्टार दीपक कुमार (समीर चित्र) के साथ प्यार में है, लेकिन उसके पिता दृढ़ता से उसके प्रेम को अस्वीकार करते हैं। एक रात, पूजा अपने पिता की नौका से निकलती है और दीपक के साथ रहने के लिए बैंगलोर की बस में बैठ जाती है। वो वहां एक फिल्म की शूटिंग कर रहा है। इस बीच सेठ धर्मचंद देखते हैं कि उनकी बेटी भाग गई हैं। उसे ढूंढने के लिए वह निजी जासूस भेजते हैं।
बस पर पूजा रघु जेटली (आमिर खान) से मिलती है, जो कि एक पत्रकार है जिसने अपना काम खो दिया है। वह उस पर एक विशेष कहानी के बदले में उसकी मदद करने की पेशकश करता है। यह उसके डूबे हुए करियर को पुनर्जीवित करेगा। पूजा को उसकी मांगों से सहमत होने के लिए मजबूर होना पड़ता है, क्योंकि वह उसके पिता को उसके ठिकाने के बारे में बताने की धमकी देता है। दोनों की बस छूट जाती है। फिर रघु और पूजा विभिन्न रोमांचों के माध्यम से गुजरते हैं और खुद को एक दूसरे के साथ प्यार में पाते हैं।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- आमिर ख़ान - रघु जेटली
- पूजा भट्ट - पूजा धर्मचंद
- अनुपम खेर - धर्मचंद
- टीकू तलसानिया - 'डेली तूफान' अखबार के संपादक
- अवतार गिल - एक अपहरणकर्ता के रूप में
- जावेद खान - पर्स झपटने वाला
- समीर चित्र - फिल्म अभिनेता दीपक कुमार
- राकेश बेदी - निजी जासूस
- वीरेन्द्र सक्सेना - निजी जासूस
- मुशताक ख़ान बस कंडक्टर
- शम्मी - पारसी महिला के रूप में एक जो लिफ्ट देती है
- राजेश पुरी - धर्मचंद के पीए
- अमृत पटेल - सराय प्रबंधक
- शुभा खोटे - सराय प्रबंधक
- दीपक तिजोरी - गीत "गल्यात संकीली" में विशेष उपस्थिति
संगीत
[संपादित करें]दिल है के मानता नहीं | ||||
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साउंडट्रैक नदीम-श्रवण द्वारा | ||||
जारी | 13 जून, 1991 | |||
रिकॉर्डिंग | 1991 | |||
संगीत शैली | फिल्म साउंडट्रैक | |||
लंबाई | 56:53 | |||
भाषा | हिन्दी | |||
लेबल | टी-सीरीज़ | |||
निर्देशक | महेश भट्ट | |||
निर्माता | गुलशन कुमार | |||
नदीम श्रवण कालक्रम | ||||
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इस फिल्म का साउंडट्रैक प्रसिद्ध संगीत निर्देशक जोड़ी नदीम-श्रवण द्वारा रचित है। गीत समीर और फैज़ अनवर द्वारा लिखे गए थे। सह-गायक कुमार सानु, अभिजीत, बाबा मेहता और देबाशिश दासगुप्त के साथ सभी गीत अनुराधा पौडवाल द्वारा गाए गए हैं।
# | शीर्षक | गायक | गीतकार | अवधि |
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1 | "दिल है के मानता नहीं" (जुगलबंदी) | कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल | फैज़ अनवर | 06:08 |
2 | "ओ मेरे सपनों के सौदागर" | अनुराधा पौडवाल | समीर | 05:05 |
3 | "कैस मिजाज आप के हैं" | अनुराधा पौडवाल, कुमार सानु | फैज़ अनवर | 05:39 |
4 | "दिल तुझपे आ गया" | अभिजीत भट्टाचार्य, अनुराधा पौडवाल | समीर | 04:38 |
5 | "दुल्हन तू दूल्हा मैं" | अनुराधा पौडवाल, देबाशीष दासगुप्ता | अज़ीज़ खान | 04:57 |
6 | "अदाएँ भी है" | अनुराधा पौडवाल, कुमार सानु | समीर | 05:32 |
7 | "तू प्यार है किसी और का" | अनुराधा पौडवाल, कुमार सानु | समीर | 06:48 |
8 | "गल्यात संकीली सोन्याची" | अनुराधा पौडवाल, बाबा मेहता, देबाशीष दासगुप्त | समीर | 06:44 |
9 | "दिल है के मानता नहीं" (महिला) | अनुराधा पौडवाल | फैज अनवर | 06:09 |
10 | "हम तो मशहूर हुए" | अनुराधा पौडवाल | रानी मलिक | 05:07 |
11 | "मेनु इश्क दा लगिया रोग" | अनुराधा पौडवाल | समीर | 05:44 |
नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]- 1992 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार - अनुराधा पौडवाल "दिल है के मानता नहीं" के लिए