निरुपमा संजीव
XIX Commonwealth Games-2010 Delhi Nirupama Sanjeev and Rohan Bopanna of India, during a mixed-double match against Rodionova & Hanley of Australia, at R.K. Khanna Tennis Stadium, in New Delhi on October 04, 2010.jpg | |
देश | भारत |
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निवास | Bay Area, San Francisco, United States |
जन्म दिन | 8 दिसम्बर 1976 |
जन्म स्थान | Coimbatore, India |
ऊँचाई | 1.70 मी॰ (5 फीट 7 इंच) |
पेशेवर बने | 1992 |
निवृत्त | 2010 |
दक्ष हाथ | Right-handed (two-handed backhand) |
कैरियर पुरस्कार राशि | US$182,057 |
आधिकारिक जालस्थल |
www |
एकल | |
कैरियर रिकॉर्ड | W–L / 180–155 |
कैरियर खिताब | 0 WTA, 2 ITF |
ऊच्चतम वरीयता | No. 147 (12 May 1997) |
ग्रैंड स्लैम परिणाम | |
ऑस्ट्रेलिया ओपेन | 2R (1998) |
फ्रेंच ओपेन | Q2 (2001) |
विम्बलडन | Q3 (2001) |
यूएस ओपन | Q3 (1999) |
युगल | |
कैरियर खिताब | 0 WTA, 10 ITF |
ऊच्चतम वरीयता | No. 115 (23 July 2001) |
ग्रैंड स्लैम युगल परिणाम | |
ऑस्ट्रेलिया ओपेन | 1R (1998, 2001) |
फ्रेंच ओपेन | 1R (2001) |
विम्बलडन | 2R (2001) |
यूएस ओपन | Q1 (1997, 2001) |
अन्य युगल प्रतियोगिताएं | |
ओलंपिक खेल | 1R (2000) |
निरुपमा संजीव (जन्म: निरुपमा वैद्यनाथन; 8 दिसंबर 1976) सेवानिवृत्त भारतीय पेशेवर टेनिस खिलाड़ी हैं, और भारतीयों में पूर्व नंबर 1 हैं।[1] 1998 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में, वह आधुनिक युग में पहली भारतीय महिला बनीं जिन्होंने भाग लेने के साथ ग्रैंड स्लैम में एक राउंड जीता। उन्होंने महेश भूपति के साथ मिक्स्ड डबल्स में 1998 के एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीता है। निरुपमा वीमेन्स टेनिस असोसिएशन की रैंकिंग में शीर्ष 200 में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय महिला थीं।[2]
जीवनी और करियर
[संपादित करें]निरुपमा का जन्म दक्षिणी भारतीय शहर कोयंबतूर में हुआ था। उन्होंने 5 साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और अपने भाई से बहुत प्रभावित थी। उसके पिता के. एस. वैद्यनाथन एक क्रिकेटर थे जो रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट में तमिलनाडु के लिए खेले थे और उन्होंने निरुपमा को करियर की शुरुआत में कोच किया था। उनका पहला टेनिस टूर्नामेंट फ़ॉरेस्ट नेशनल अंडर 12 टूर्नामेंट था, जहां वह सेमीफाइनल में पहुँची और 13 साल की उम्र में अंडर 14 आयु वर्ग में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता। एक साल बाद 1991 में, उन्होंने राष्ट्रीय महिला प्रतियोगिता को जीता। उन्होंने 1992-1996 में राष्ट्रीय महिला प्रतियोगिता के खिताब को जीता।
1996 में, वह लक्जमबर्ग चली गईं और 18 साल की उम्र में वह पेशेवर रूप से खेलने लगी। निरुपमा ने 1997 में डेविड ओ मीरा के साथ प्रशिक्षण लिया, जो दो साल के लिए लिएंडर पेस के कोच थे। 1998 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में, वह आधुनिक युग में पहली भारतीय महिला बनीं जिन्होंने इटली के ग्लोरिया पिज़िचिनी को पछाड़ते हुए ग्रैंड स्लैम में जीत हासिल की।[3] उन्होंने महेश भूपति की भागीदारी वाले मिक्स्ड डबल्स में 1998 के बैंकाक एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीता है।
वह 2000 के दशक के दौरान सेवानिवृत्त हुईं। उन्होंने 2010 में वापसी की जब उन्होंने 2010 राष्ट्रमण्डल खेल में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 33 वर्षीय के रूप में ग्वांगझोउ में एशियाई खेलों में भाग लिया।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Former No.1 Nirupama Sanjeev visits Sania Mirza Tennis Academy". ज़ी न्यूज़ (अंग्रेज़ी में). 30 जुलाई 2015. मूल से 28 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फरवरी 2019.
- ↑ "एशियाड में भारत को कई अनजान चेहरों ने दिलाए गोल्ड, टेबल टेनिस और सेपकटकरा में पहली बार जीते पदक". दैनिक भास्कर. 2 सितम्बर 2018. मूल से 28 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फरवरी 2019.
- ↑ Sharada, R. "After Sania Mirza, who? Indian women's tennis is trying to pick its brightest young stars" (अंग्रेज़ी में). मूल से 28 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फरवरी 2019.