नूतनजीवी महाकल्प
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नूतनजीवी महाकल्प या सीनोज़ोइक महाकल्प (Cenozoic Era) पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास में एक महाकल्प है, जो आज से 6.6 करोड़ वर्ष पहले आरम्भ हुआ और आज तक चल रहा है। इस से पहले मध्यजीवी महाकल्प (मीसोज़ोइक, Mesozoic) था, जिस से पहले पुराजीवी महाकल्प (पेलियोज़ोइक, Paleozoic) था। नूतनजीवी, मध्यजीवी और पुराजीवी महाकल्प तीनो मिलाकर दृश्यजीवी इओन (फ़ैनेरोज़ोइक, Phanerozoic) के तीन भाग हैं। नूतनजीवी महाकल्प को "स्तनधारियों का महाकल्प" भी कहते हैं, क्योंकि इस से पहले हुई क्रीटेशस-पैलियोजीन विलुप्ति घटना में अधिकांश बड़े प्राणी मारे गए, जिस से छोटे आकार के स्तनधारियों को उभरने और फिर विविध जातियों में क्रमविकसित होने का अवसर मिला।[1]
नूतनजीवी महाकल्प के कल्प
[संपादित करें]नूतनजीवी महाकल्प को तीन भूवैज्ञानिक कल्पों में विभाजित करा जाता है:
- चतुर्थ कल्प (Quaternary)
- नियोजीन कल्प (Neogene)
- पेलियोजीन कल्प (Paleogene)
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- महाकल्प (भूवैज्ञानिक)
- मध्यजीवी महाकल्प
- पुराजीवी महाकल्प
- दृश्यजीवी इओन (फ़ैनेरोज़ोइक, Phanerozoic)
- स्तनधारी
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ After the Dinosaurs: The Age of Mammals, by Donald R. Prothero, Bloomington, Indiana: Indiana University Press, 2006. ISBN 978-0-253-34733-6.