फ़्रांसिस ड्रेक
सर फ्रांसिस ड्रेक, वाइस एडमिरल (1540 - 27 जनवरी 1596) महारानी एलिजाबेथ के समय के एक जहाज कप्तान, समुद्री लुटेरा, खोजी और राजनीतिज्ञ थे। महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने 1581 में उन्हें नाइटहुड प्रदान किया था। स्पेनिश अरमाडा के खिलाफ अंग्रेज जहाज बेडे के दूसरे प्रमुख व्यक्ति थे। सान जुआन, पोर्ते रिको पर असफल हमले के बाद इनकी दस्त की वजह से 1596 में मौत हो गई। अपने सफल अभियान की बदौलत जहां ड्रेक एक तरफ अंग्रेजों के लिए हीरो थे, वहीं दूसरी ओर स्पेनिश लोगों के लिए समुद्री लुटेरे थे, जिन्हें वे एल ड्रेक के नाम से बुलाते थे। माना जाता है कि राजा फिलिप द्वितीय ने उन पर 20 हजार डुकाट्स (आज के हिसाब से करीबन 60 लाख डालर) का इनाम रखा था। ड्रेक अन्य बातों के अलावा अपने विश्व भ्रमण के लिए प्रसिद्ध हैं।
इन्हें भी देखे
[संपादित करें]1580 में ड्रेक ने समुद्री मार्ग से पृथ्वी की परिकर्मा पूरी की, अंग्रेजो को नौसेना में विश्व में सर्वश्रेष्ठ तब प्राप्त हुई,जब इन्होंने 1588 में स्पेन के समुद्री राक्षस कहे जाने वाले जहाज अरमेडा पर विजय प्राप्ति की
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]Francis Drake से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |
विकिसूक्ति पर फ़्रांसिस ड्रेक से सम्बन्धित उद्धरण हैं। |
- Francis Drake at Spartacus Educational
- Hand-coloured map depicting Sir Francis Drake's attack on Saint Augustine from the State Archives of Florida
- Kraus Collection of Sir Francis Drake From the Rare Book and Special Collections Division at the Library of Congress
- Sir Francis Drake: A Pictorial Biography by Hans P. Kraus From the Rare Book and Special Collections Division at the Library of Congress
- Mission to rescue Drake's body
- Drake's methods of Navigation
- साँचा:Cite NIE
- साँचा:Cite Collier's
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |