रानीखेत रोग
रानीखेत रोग (Virulent Newcastle disease (VN) एक विषाणुजन्य रोग हैं जो घरेलू पक्षियों (जैसे मुर्गी) तथा अनेकों जंगली पक्षी प्रजातियों को प्रभावित करती है। दो-तीन दिन में ही पक्षी बहुत कमजोर हो जाते हैं। इसमें मृत्यु दर भी अधिक होती है। इस रोग से ग्रसित होने पर मुर्गियाँ आहार लेना कम कर देती है। इन्हें हरे पानी या पीलापन अथवा चूने के समान बदबूदार दस्त होने लगता है।
यह रोग सर्वप्रथम उत्तराखंड के रानीखेत में देखा गया था।
यह रोग सूक्ष्म रोगाणु द्वारा बहुत तेजी से फैलता है। संक्रमण का नियंत्रण तथा उपचार समय रहते न होने से रोग महामारी की तरह फैल जाता हैं। इससे मुर्गी पालकों को अपार क्षति होती है।
रानीखेत रोग मुर्गियों को होनेवाला एक भयंकर संक्रामक रोग है। यह विषाणु (वायरस) के संक्रमण से होता है। यह बड़े पैमाने पर शीघ्रता से फैलनेवाला जानलेवा रोग है।
-
मलार्ड (बतख) में मन्यास्तम्भ (Torticollis)
-
यह ब्रॉयलर भी उन्हीं लक्षणों से युक्त है।
-
PM lesions on proventriculus, gizzard, and duodenum
सन्दर्भ
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |