यश
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]यश संज्ञा पुं॰ [सं॰यशस्]
१. अच्छा काम करने से होनेवाला नाम । नेकनामी । कीर्ति । सुख्यति । उ॰—(क) यश अपयश देखत नहीं देखत श्यामल गात ।— बिहारी (शब्द॰) । (ख) रक्षहु मुनि जन यश लीजै ।—केशव (शब्द॰) । (ग) हा पुत्र लक्ष्मण छुड़ावहु बेगि मोहीं । मार्तड़वश यश की सब लाज तोहीं ।— केशव (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—पाना ।—मिलना । मुहा॰—यश कमाना या लूटना=यश वा कीर्ति प्रप्त करना । नाम हासिल करना ।
२. बड़ाई । प्रशंसा । महिमा । मुहा॰—यश गाना=(१) प्रशंसा करना । (२) कृतज्ञ होना । एहसान मानना । यश मानना=कृतज्ञ होना । निहोरा मानना । एहसान मानना ।
३. वीरता तथा पराक्रम से प्राप्त ख्याति को यश कहा जाता है |