डीवाई चंद्रचूड़ चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद से रिटायर हो चुके. अब वे वकालत की प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे, न ही इससे जुड़ी किसी भी तरह की प्राइवेट सर्विस दे सकेंगे. केवल वे ही नहीं, सुप्रीम कोर्ट से रिटायर सारे ही जजों के लिए वकालत पर पाबंदी है. जानें, क्यों है ऐसा, और अब उनके पास क्या-क्या विकल्प हो सकते हैं.
ख्यात लोगों का खानपान भी सबके लिए दिलचस्पी का विषय होता है, खासकर बात अगर अमेरिका के प्रेसिडेंट-इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप की हो रही है. कहा जाता है कि उनके तेवरों की तरह ही उनकी डाइट का भी अनुमान लगाना आसान नहीं. पिछले कार्यकाल में उन्हें वाइट हाउस के फूड प्रोटोकॉल तोड़ने के लिए जाना जाता था.
अमेरिका में अब डोनाल्ड ट्रंप की सरकार होगी. चार साल बाद फिर ट्रंप का व्हाइट हाउस में कमबैक हो गया है. ट्रंप के कमबैक से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी अपनी वापसी की उम्मीद है. उन्होंने ट्रंप को भेजे बधाई संदेश में खुद को 'प्रधानमंत्री' बताया है. ऐसे में जानते हैं कि क्यों शेख हसीना को अपनी वापसी की उम्मीद है? और क्यों अमेरिका पर तख्तापलट के इल्जाम लगते रहे हैं?
लगभग 70 दिनों बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पद छोड़ देंगी. राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी टक्कर देते हुए हारी हैरिस के बारे में कई अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे आगे क्या करेंगी. साल 2003 में सैन फ्रांसिस्को की जिला अटॉर्नी के तौर पर काम शुरू करने के बाद ये पहला मौका है, जब वे किसी राजनैतिक पद पर नहीं होंगी.
डोनाल्ड ट्रंप के पिछले टर्म में उनकी बेटी इवांका राजनीति में एक्टिव थीं. अमेरिकी मीडिया में ये अटकलें भी थीं कि वे राजनीति में ट्रंप की छाया से हटकर अपना ओहदा पा सकती हैं. ट्रंप 2.0 में बात बदल चुकी. पिता की जीत के बाद इवांका ने स्टेज तो शेयर किया लेकिन अब वे उनका राइट-हैंड नहीं. परिवार की एक और महिला उनकी जगह दिख रही है.
जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप वाइट हाउस लौट रहे हैं. इसके साथ ही कयास तेज हो चुके कि ट्रंप की वापसी कई देशों में जंग रुकवा सकती है. फिलहाल मिडिल ईस्ट से लेकर रूस-यूक्रेन में लड़ाई जारी है, वहीं नॉर्थ कोरिया भी अपने पड़ोसी देश पर आक्रामक है. उम्मीद की जा रही है कि ट्रंप का आना शांति का नया दौर ला सकता है.
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने अब पराली जलाने पर जुर्माना डबल कर दिया है. अब पराली जलाने पर 30 हजार रुपये तक का जुर्माना वसूला जाएगा. लेकिन दिल्ली की दमघोंटू हवा के लिए पराली नहीं, बल्कि गाड़ियां हैं.
कनाडा में मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों के हमले ने एक बार फिर कनाडाई सिख-हिंदू विवाद को हवा दे दी. इससे पहले भी कई मौकों पर अलगाववादी मंदिरों पर हमले करते रहे. अब ये बात भी उठ रही है कि सिखों से बड़ी आबादी होने के बाद भी क्यों वहां के हिंदू हाशिए पर हैं. क्यों बड़ा वोट बैंक होने के बावजूद उन्हें राजनीति में भी नहीं मिल रही तवज्जो?
क्या डोनाल्ड ट्रंप ही अमेरिका के राष्ट्रपति होंगे? अभी तक तो यही तय है. रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपनी जीत का ऐलान कर दिया है. लेकिन अभी तक डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपनी हार नहीं मानी है.
अमेरिका में एक बार फिर ट्रंप सरकार आने वाली है. चुनाव नतीजों में ट्रंप बहुमत के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट से ज्यादा जीतते नजर आ रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल पर भी बहस छिड़ गई है. रूस पर कई बार अमेरिकी चुनाव में दखल का आरोप लग रहा है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों का नतीजा अपने साथ कई सारे डर लेकर भी आता है. लगभग चार साल पहले डोनाल्ड ट्रंप की हार के बाद उनके समर्थकों ने बड़ा हंगामा किया था. लेकिन ये अकेली घटना नहीं, 16वें प्रेसिडेंट अब्राहम लिंकन की जीत के बाद देश में बंटवारे के हालात बन गए थे. यहां तक कि नए देश का नाम और झंडा तक तय हो चुका था.
मंगलवार को हुए चुनाव के बाद अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी. डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल कमला हैरिस पर बढ़त बनाए हुए हैं. वैसे तो ये इलेक्शन ट्रंप बनाम हैरिस है, लेकिन कई और कैंडिडेट भी मैदान में रहे. उन्हें बेशक जीत नहीं मिल सकती, लेकिन हार तय करने में उनका योगदान हो सकता है.
US Presidential Election 2024: अमेरिका को कुछ ही वक्त में नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. हालांकि, राष्ट्रपति जनवरी 2025 में पद की शपथ लेंगे. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. जब अमेरिका को नया राष्ट्रपति मिलने वाला है तो जानते हैं कि भारतीय राष्ट्रपति से अमेरिकी राष्ट्रपति कितने अलग होते हैं?
बांग्लादेश पर अब बिजली का गंभीर संकट खड़ा हो सकता है. बांग्लादेश पर अडानी पावर का 7200 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है. कहा जा रहा है कि अडानी पावर ने बकाया चुकाने के लिए 7 नवंबर तक की डेडलाइन दी है. अगर तब तक भुगतान नहीं किया गया तो बिजली सप्लाई बंद हो सकती है.
अमेरिका में राष्ट्रपति पद की रेस में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. मतदान से ऐन पहले दोनों ने वोटरों को अपने पाले में लाने पर पूरा जोर लगा दिया. इसी दौरान ट्रंप ने दावा किया कि हैरिस आईं तो देश में कुछ ही दिनों के भीतर साल 1929 का इकनॉमिक डिप्रेशन लौट आएगा. क्या हुआ था तब, जिसे ट्रंप ने ट्रम्प कार्ड की तरह इस्तेमाल किया?
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत वापस लाने की कवायद शुरू हो गई है. मुंबई पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अनमोल के प्रत्यर्पण का प्रस्ताव भेजा है. अनमोल इस वक्त अमेरिका में है. उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.
बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले एकदम से बढ़े. इसके अलावा सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में भी तेजी दिख रही है. इसी रविवार को लाल चौक में ग्रेनेड हमला हुआ, जिसमें 12 लोग घायल हुए. इन हमलों में एक खास पैटर्न है, जो पहले से काफी अलग है. नए दौर में ऐसे लोग आतंकवाद फैला रहे हैं, जिनका जुर्म का पिछला रिकॉर्ड नहीं.
अमेरिका को जल्द ही नया राष्ट्रपति मिलने वाला है. रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है. दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र और ताकतवर मुल्क होने के नाते अमेरिकी चुनाव पर सबकी निगाहें होती हैं.
दो साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात पर रोक लगाते हुए राज्यों को ये हक दे दिया कि वे रस्सी अपने मुताबिक ढीली छोड़ सकते हैं. अब राष्ट्रपति चुनाव में अबॉर्शन का मुद्दा छाया हुआ है. कमला हैरिस जहां इसे महिलाओं की आजादी से जोड़ती हैं, तो डोनाल्ड ट्रंप इसे अजन्मे शिशु का अधिकार बता रहे हैं. रस्साकशी के बीच एक बात ये है कि प्रेसिडेंट के पास इसपर बेहद कम अधिकार हैं.
अमेरिका में मंगलवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं. इसके नतीजे किसी न किसी तरह से हर देश पर असर डालेंगे. लेकिन जिस इलेक्शन की चर्चा महीनों से चली आ रही थी, और जिसका ग्लोबल इंपेक्ट भी तय है, उसकी तैयारियां कौन कराता है? क्या भारत के इलेक्शन कमीशन की तरह वहां भी कोई स्ट्रक्चर है, जिसके जिम्मे इतना बड़ा काम रहता आया?
कनाडा लगातार नई दिल्ली पर आरोप तो लगा ही रहा था, अब उसने एक और बड़ी हरकत करते हुए भारत को उस लिस्ट में डाल दिया, जिसमें ईरान और नॉर्थ कोरिया जैसे देश शामिल हैं. अपने सरकारी दस्तावेजों में यानी औपचारिक तौर पर उसने भारत को शत्रु देश कहते हुए आशंका जताई कि उसपर साइबर अटैक हो सकता है.