सीहोर
- गुजरात राज्य में इस से मिलते-जुलते नाम के शहर के लिए सिहोर का लेख देखें
सीहोर Sehore | |
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विमान से सीहोर का दृश्य | |
निर्देशांक: 23°12′N 77°05′E / 23.20°N 77.08°Eनिर्देशांक: 23°12′N 77°05′E / 23.20°N 77.08°E | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | सीहोर ज़िला |
शासन | |
• प्रणाली | महापौर-परिषद |
• सभा | सीहोर नगर पालिका परिषद |
ऊँचाई | 502 मी (1,647 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,09,118 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 466001 |
दूरभाष कोड | 07562 |
वाहन पंजीकरण | MP-37 |
वेबसाइट | sehore |
सीहोर (Sehore) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सीहोर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। यहाँ पर कई बड़ी फैक्ट्री भी रही हिस्ट्री मै. शुगर मिल सीहोर जिसको भोपाल के नवाब हमीदुल्लाह खान ओर भोपाल रियासत के आखरी नवाब थे. जी जिनके परपोते सेफअली (बॉलीवुड एक्ट्रेस, पटौदी के नवाब के बेटे ) है.ईयर 2002 मै बंद करबा दीं गयी, ओर 4365 एकड़ जमीन पर रसूक दार लोगो ओर उनके चाटुकारों ने कब्ज़ा कर लिया. शुगर मिल मजदूर यूनियन का कहना है की सबसे बड़े कब्ज़ाधारी वर्तमान विधायक सुदेश राय (बीजेपी )है. इसमें उन्होंने सीमेंट कंक्रीट मिक्सिंग प्लांट लगा रखा था. भगवानपुर, जमुनिया, मुंगावली, सिवन और एक्सपेरिमेंटल फॉर्म की जमीनों पर उनके करीबी कर्मचारी व दबंग का कब्जा है. सुदेशराय बीजेपी से विधायक, बीजेपी जो भारत की प्रेजेंट टाइम मै सबसे बड़ी पार्टी है ओर सरकर बीजेपी की ही है. sabse[1][2]
सीहोर जिला आकर्षक पर्यटन स्थलों, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक धार्मिक मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों से अभिभूत है। सीहोर जिले में कुँवर चैन सिंह का मकबरा, सरू-मारू की गुफाएँ, तालपुरा, गिन्नौरगढ़ किला एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान है। कालियादेव, नर्मदा, तवा और संगम बांद्रा बन पर स्थित खूबसूरत झरने पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।[3]
विवरण
[संपादित करें]सीहोर मालवा क्षेत्र के मध्य में विंध्याचल श्रेणी की तलहटी में स्थित है। सीहोर का एक लंबा और शानदार अतीत है। शैव, शाक्त, जैन, वैष्णव, बौद्ध और नाथ पुरोहितों ने सीहोर को अपने गहन ध्यान की महत्वपूर्ण सीट बनाया। सीहोर भोपाल एस्टेट का एक हिस्सा था। मध्य प्रदेश के गठन के बाद। 1972 में इसका विभाजन हुआ और एक नया जिला भोपाल बना। राजगढ़ का फ़ोर्ट सीहोर मै ही स्टाब्लिश्ड है
इतिहास
[संपादित करें]सीहोर ब्रिटिश राज में बसाया गया शहर है जो कि आज भी उस दौर के कई पुरातात्विक महत्व के भवनों को समेटे हुए है। मध्य प्रदेश का एक सुप्रसिद्ध देवी मंदिर सलकनपुर में है। यहां पर पहाड़ की ऊंची टेकरी पर बीजासन देवी की पिंडी है और हजारों की संख्या में श्रद्धालू यहां पर दर्शनों के लिये देश भर से आते हैं विशेषकर नवरात्रि में तो ये संख्या काफी बढ़ जाती है। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित ये मंदिर राजधानी भोपाल से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राजधानी से 84 किलोमीटर दूरी पर सारू मारू की गुफाएँ स्थित है, जो कि बौद्ध धर्म से संबंधित हैं। यहाँ पर विशाल स्तूप एवं गुफाएँ हैं। इनके अलावा यहाँ पर विक्रमादित्य कालीन श्री चिंतामन सिद्ध गणेश मन्दिर भी है। जो लगभग २००० वर्ष पुराना है ।
जनसंख्या
[संपादित करें]2024 में सीहोर शहर की वर्तमान अनुमानित जनसंख्या 153,000 है | भारत की जनगणना की अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार, 2011 में सीहोर की जनसंख्या 108,909 है। हालाँकि सीहोर शहर की जनसंख्या 108,909 है; इसकी शहरी/महानगरीय जनसंख्या 109,118 है।[4]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
- ↑ "Tourism".
- ↑ "Sehore Population 2024".
यहाँ फेमस स्कूल एक्सीलेंस भी है. मप्र के पूर्व चीफ मिनिस्टर श्रीशिवराज सिंह सीहोर की बुधनी विधानसभा से ही थे. सरकारी स्कूलों मै स्मार्ट क्लास बनाने के मामले मै सीहोर फर्स्ट प्लेस पर है.सीहोर जिले के सलकनपुर मै एक विशाल देवी लोक बनेगा जो देश का अभूतपूर्व देवी लोक होगा. सीहोर जिले के सलकनपुर मै लगभग 800फिट ऊँचा पर्वत पर अलौकिक सौंदर्य के बिच विंध्यवासिनी बिजासन देवी का मंदिर है. मध्य प्रदेश का दूसरा व्हाइट वॉटर स्पोर्ट सेंटर नर्मदा नदी पर रहती रेहटी के नहलाई घाट में बनाया जा रहा है.